


उत्तर प्रदेश सरकार इस साल सरयू तट पर भव्य रूप से 9वां दीपोत्सव मनाने की तैयारी कर रही है। राम मंदिर निर्माण और दीपोत्सव जैसे भव्य आयोजनों ने अयोध्या की लोकप्रियता को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है। यही वजह है कि अयोध्या में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
पर्यटन विभाग के मुताबिक, दीपोत्सव की शुरुआत वर्ष 2017 में हुई थी। उस साल अयोध्या में 1,78,32,717 भारतीय और 25,141 विदेशी पर्यटक पहुंचे, जिससे कुल संख्या 1,78,57,858 रही। अगले वर्ष 2018 में 1,95,34,824 भारतीय और 28,335 विदेशी नागरिकों ने अयोध्या का दौरा किया, जिससे कुल संख्या 1,95,63,159 तक पहुंची। वर्ष 2019 में यह संख्या बढ़कर 2,04,63,403 भारतीय और 38,321 विदेशी मिलाकर कुल 2,04,91,724 हो गई।
वर्ष 2020 में कोरोना महामारी के कारण अयोध्या आने वाले लोगों की संख्या घटकर 61,93,537 भारतीय और 2,611 विदेशी यानी कुल 61,96,148 रह गई। लेकिन 2021 में स्थिति सुधरने पर 1,57,43,359 भारतीय और 31 विदेशी यानी कुल 1,57,43,390 श्रद्धालु पहुंचे। इसके बाद 2022 में यह आंकड़ा 2,39,09,014 भारतीय और 1,465 विदेशी यानी कुल 2,39,10,479 हो गया।
वर्ष 2023 में अयोध्या पहुंचने वाले पर्यटकों की संख्या में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई। इस साल 5,75,62,428 भारतीय और 8,468 विदेशी मिलाकर कुल 5,75,70,896 श्रद्धालु पहुंचे। वहीं 2024 में यह संख्या लगभग तीन गुना बढ़कर 16,43,93,474 भारतीय और 26,048 विदेशी यानी कुल 16,44,19,522 तक पहुंच गई। 2025 में यह रिकॉर्ड पूरी तरह टूट गया। जनवरी से जून 2025 के बीच ही 23,81,64,744 भारतीय और 49,993 विदेशी श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे, जिससे कुल संख्या 23,82,14,737 हो गई। यह अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है।
श्रद्धालुओं की इस बढ़ती संख्या से अयोध्या की अर्थव्यवस्था और रोजगार दोनों में तेजी आई है। होटल, ट्रैवल एजेंसी, दुकानों और अन्य सेवाओं में रोजगार के नए अवसर बढ़ रहे हैं। योगी आदित्यनाथ सरकार अयोध्या के विकास को और आगे बढ़ा रही है। शहर को शानदार फोर-लेन और सिक्स-लेन सड़कों से जोड़ा जा रहा है। विश्वस्तरीय हवाई अड्डा, आधुनिक रेलवे स्टेशन और अन्य सुविधाओं का विकास अयोध्या को देश-विदेश के पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहा है।